अयोध्या। सरयू खतरे के निशान से महज 19 सेमी. दूर है। इससे शहर से सटे मांझा जमथरा के बंधे को खतरा उत्पन्न हो गया है। सूचना पर जिलाधिकारी अनुज कुमार ने अफसरों के साथ दौरा किया।
अधिशाषी अभियंता सरयू नहर खंड को इसकी मरम्मत के साथ विशेष निगरानी का निर्देश दिया है। उन्होंने जिले के सभी बंधों की निगरानी के लिए मजिस्ट्रेटों की तैनाती भी कर दी है।
सरयू का जलस्तर गुरुवार को 92.54 मीटर पर रिकॉर्ड किया गया, जो लाल निशान से सिर्फ 19 सेमी. दूर है। हालांकि जलस्तर में वृद्धि दोपहर से थम गई है, लेकिन तटीय इलाकों में कटान का खतरा बढ़ गया है।
गुरुवार को अचानक जिलाधिकारी को मांझा जमथरा में बंधे की संभावित कटान की सूचना मिली। इस सूचना के बाद पूरे प्रशासन में हलचल मच गई।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, अपर जिलाधिकारी नगर वैभव शर्मा, अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता सरयू नहर खंड, राजस्व निरीक्षक सदर सुधांशू शेखर, नगर निगम के अफसरों के साथ मांझा जमथरा बंधे पर पहुंच गए। उन्होंने यहां बंधे का सघन निरीक्षण किया।
डीएम ने अधिशाषी अभियंता सरयू नहर खंड को तत्काल बंधे की मरम्मत के साथ सभी व्यवस्था कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही बंधे के कमजोर स्थानों पर बोरियां लगाने का काम शुरू किया गया। साथ ही जेसीबी से भी इसके मरम्मत का काम शुरू कराया गया। अफसरों ने बंधे के ऐसे सभी स्थलों का निरीक्षण किया, जहां से किसी भी तरह का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
डीएम ने मांझा जमथरा के पूरे क्षेत्र की विशेष निगरानी का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि बंधे की निगरानी के लिए मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगा दी गई है।
बाढ़ प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में उप जिलाधिकारी रुदौली, सोहावल व सदर को भी अपने संभावित बाढ़ क्षेत्र में निगरानी करने और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया गया है।
बताया कि मांझा जमथरा के आसपास के सभी निवासियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है साथ ही मांझा जमथरा के पार्षद को भी निगरानी के लिए निर्देश दिया गया है। केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अभियंता संजय कुशवाहा ने बताया कि सरयू के जलस्तर में वृद्धि रुक गई है लेकिन शुक्रवार से पुन: सरयू के जलस्तर में उफान आ सकता है।