भारतीय सिनेमा ने 19 अगस्त को अपना एक अनमोल सितारा खो दिया। मशहूर संगीतकार खय्याम का निधन हो गया है। खय्याम के नाम से मशहूर संगीतकार मोहम्मद जहूर खय्याम हाशमी का सोमवार रात करीब 9:30 बजे मुंबई के सुजॉय अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 92 साल के थे और कुछ समय से फेफड़े के संक्रमण से पीड़ित थे। परिवार के सूत्रों ने बताया कि सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें पिछले हफ्ते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। खय्याम ने ‘कभी-कभी, हीर-रांझा और ‘उमराव जान’ जैसी कई हिट फिल्में दीं।
खय्याम के फिल्मी करियर की बात करें तो साल 1953 में फुटपाथ फिल्म से उन्होंने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की। साल 1961 में आई फिल्म शोला और शबनम में संगीत देकर खय्याम साहब को पहचान मिलनी शुरू हुई।
खय्याम आखिरी खत, कभी-कभी, त्रिशूल, नूरी, बाजार, उमराव जान और यात्रा जैसी फिल्मों में धुनें दे चुके हैं। वहीं अपने शानदार काम के लिए उन्हें कई सारे अवॉर्ड भी मिले हैं।
खय्याम को साल 2007 में संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड और साल 2011 में पद्म भूषण जैसे सम्मानों से नवाजा जा चुका है। वहीं कभी-कभी और उमराव जान के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड और उमराव जान के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला था।
बता दें कि साल 2007 में आई फिल्म यात्रा में खय्याम साहब का संगीत था। फिल्म में रेखा और नाना पाटेकर लीड रोल में थे।