ईरान ने बीती रात इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलों से हमला किया. कई मिसाइलों को इजरायल की सुरक्षा प्रणाली इंटरसेप्ट नहीं कर सकी. नतीजतन कई मिसाइल रिहायशी इलाकों में जा गिरी. तस्वीरों में देखें ईरान के हमले से इजरायल में मचा कैसा कहर. ईरान की ओर से उत्तरी इजरायल पर बीती रात मिसाइल से ताबड़तोड़ हमले किए गए. जिससे हमले में मरने वालों का आंकड़ा 7 तक पहुंच गया, जिसमें एक बच्चा भी शामिल है. स्थानीय पुलिस ने इन मौतों की पुष्टि की है. मध्य इजराइल के क्षेत्रों में अब तक ईरान से किए गए हमले में 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
इजरायल और ईरान के बीच लड़ाई ने खतरनाक मोड़ ले लिया है. इजरायली सेना तेहरान के एटमी कारखाने सहित कई अहम ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमला कर रहा है. हालांकि यह जंग जितना माना जा रहा था, उतना एकतरफा नहीं. ईरान भी ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक से इजरायल में भारी तबाही मचा रहा है. ईरानी सेना ने शनिवार रात ‘ट्रू प्रॉमिस 3’ ऑपरेशन के तहत इजरायली राजधानी तेल अवीव पर मिसाइलों की बारिश कर दी.
इस मिसाइल अटैक से हिफाजत करने में आयरन डोम एक फिर नाकाम साबित हुआ. हमले में खासकर तेल अवीव के दक्षिण में स्थित बट याम और रेहोवोत शहरों को निशाना बनाया गया, जहां मिसाइलों के धमाकों से भारी तबाही हुई. इस हमले में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई और 207 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं.
फतह-1 के आगे आयरन डोम फेल
ईरान ने इस हमले में पहली बार अपने ‘Fattah-1’ हाइपरसोनिक मीडियम-रेंज बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया. ईरानी अधिकारियों के मुताबिक, ये मिसाइलें बेहद तेज़ रफ्तार और हाई मैन्युवरिबिलिटी (आड़ा-तिरछा भागने) के कारण इज़रायली डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम हैं.

तेल अवीव के बाहरी इलाके में रविवार तड़के मिसाइल हमले के बाद तबाही का मंजर पसरा हुआ है. बमबारी के बाद इलाके की सड़कों पर सिर्फ खंडहर बचे हैं. यहां जगह-जगह टूटे घर, जलती कारें और शीशे के टुकड़े बिखरे दिख रही हैं. एपी रिपोर्टर के अनुसार, कई इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं और राहतकर्मी ड्रोन की मदद से उन जगहों की खोजबीन कर रहे हैं, जहां पहुंचना मुश्किल है. कुछ स्थानीय लोग अपने बैग और सूटकेस समेटते हुए इलाके से भागते नजर आए.
इस बीच, इजरायली सेना ने दावा किया है कि उसने रविवार तड़के ईरान के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पर हमला किया. इसके अलावा, इजरायली सेना ने तेहरान के आसपास ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े ठिकानों को भी निशाना बनाए जाने का दावा किया है. इजरायली सेना का कहना है कि जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, वे ईरानी शासन के परमाणु हथियार परियोजना से जुड़े थे. हालांकि, अमेरिकी खुफिया एजेंसियां और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) बार-बार यह कहती रही हैं कि ईरान ने आधिकारिक रूप से परमाणु हथियार बनाने की दिशा में कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया है.

यह हमला 12 जून को इज़रायल की तरफ से ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर किए गए ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन ‘ का जवाब माना जा रहा है. उस हमले में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए थे. इसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने खुलेआम चेतावनी दी थी कि इज़रायल को ‘हिट एंड रन’ की इजाजत नहीं दी जाएगी.
