मोदी सरकार ने 5 लाख रुपये तक की सालाना आय पर टैक्स नहीं लगाने का एलान किया है. अब तक 2.5 लाख रुपये पर ही यह छूट थी. टैक्स के जानकारों का कहना है कि टैक्स छूट सीमा सीधे डबल होने से इस लिमिट में आने वाले हर करदाता को करीब 13 हजार रुपये का फायदा होगा. चार्टर्ड अकाउंटेंट बेनू सिंह का कहना है कि इससे करीब 70 फीसदी छोटे करदाताओं को फायदा होगा. मिडिल क्लास को इससे बड़ी राहत नहीं हो सकती है.
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सीए बेनू सिंह के मुताबिक पांच लाख से कम आय वाले करीब 70 फीसदी लोग थे. जिन्हें पिछले चार साल से राहत का इंतजार था. फायदा लेने के लिए प्लान करना पड़ेगा. पांच से दस लाख वाले 20 फीसदी लोग आते हैं और और उससे ज्यादा आय वाले दस फीसदी से ज्यादा नहीं होते. सरकार के इस फैसले के बाद नौकरीपेशा लोगों, बहुत छोटे कारोबार करने वालों को फायदा होगा. छोटी आय वाले लोग अपनी इनकम दिखाएंगे. रिटर्न दाखिल करने वाले बढ़ेंगे
हालांकि, इस प्रस्ताव के साथ ही बजट पेश कर रहे पीयूष गोयल ने साफ संदेश दे दिया कि मोदी सरकार आई तो अगले बजट में 5 लाख तक की इनकम पर टैक्स छूट की घोषणा की जाएगी. अंतरिम बजट में आयकर की सीमा में कोई छूट नहीं दी गई है. सरकार अगले पूर्ण बजट में पांच लाख तक की आय को टैक्स फ्री करेगी. सरकार ने पांच लाख रुपये से अधिक आय के टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है.