इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने एक बार फिर कहा है कि ईरानी राष्ट्र, विदेशी दबाव के सामने कदापि नहीं झुकेगा।
क़िरक़िज़िस्तान की राजधानी बेश्किक में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के अवसर पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से वार्ता करते हुए राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी का कहना था कि विदेशी दबाव का एकजुट होकर मुक़ाबला करेंगे।
राष्ट्रपति ने तेहरान-बीजिंग संबंधों को रणनैतिक क़रार देते हुए कहा कि अमरीका की अकारण नीतियों के मुक़ाबले में ईरान और चीन का प्रतिरोध, दोनों देशों की जनता के हित में है।
उन्होंने कहा कि ईरान और चीन सहित क्षेत्र के अन्य देशों पर अमरीकी दबाव का लक्ष्य, एशिया और पूरी दुनिया पर अपना वर्चस्व स्थापित करना है।
चीन के राष्ट्रपति शि जिनपिंग ने इस अवसर पर कहा कि परमाणु समझौते से अमरीका का एकपक्षीय रूप से और अकारण निकलना, मध्यपूर्व के तनाव में वृद्धि का बड़ा कारण है।
उन्होंने कहा कि चीन बहुपक्षीयवाद के विस्तार के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर इस्लामी गणतंत्र ईरान के साथ सहयोग करता रहेगा।